क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक बड़ी खबर ने निवेशकों का ध्यान खींच लिया है। मशहूर एसेट मैनेजमेंट कंपनी T. Rowe Price ने अमेरिका की Securities and Exchange Commission (SEC) में अपने पहले Shiba Inu ETF के लिए S-1 Form फाइल किया है। खास बात यह है कि इस एक्टिवली मैनेज्ड ETF में Shiba Inu को एक एलिजिबल एसेट के रूप में शामिल किया गया है। इससे न केवल SHIB Community में उत्साह बढ़ा है, बल्कि ट्रेडिशनल फाइनेंस सेक्टर में डिजिटल एसेट्स की स्वीकार्यता भी मजबूत हुई है।

Source – यह इमेज dhel SHIB की X Post से ली गई है।
T. Rowe Price द्वारा फाइल किया गया यह Shiba Inu ETF एक Actively Managed Fund होगा, यानी इसे किसी इंडेक्स के अनुसार नहीं, बल्कि विशेषज्ञों के निर्णय के अनुसार मैनेज किया जाएगा। फंड मैनेजर्स मार्केट की एक्टिविटी, ट्रेंड्स और रिस्क फैक्टर्स को देखते हुए अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करेंगे।
इस ETF में 5 से 15 डिजिटल एसेट्स शामिल किए जाएंगे, जिनमें Bitcoin (BTC), Ethereum (ETH), Solana (SOL), XRP, Cardano (ADA), Avalanche (AVAX), Polkadot (DOT), Dogecoin (DOGE) और Shiba Inu (SHIB) जैसे प्रमुख नाम हैं। इस लिस्ट में SHIB का शामिल होना इसकी बढ़ती मार्केट साख और निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
फाइलिंग के अनुसार, यह फंड अपने कुछ एसेट्स को कैश, स्टेबलकॉइन्स या ट्रेजरी बिल्स में रखेगा ताकि मार्केट की वोलैटिलिटी के दौरान भी लिक्विडिटी (Liquidity) बनाए रखी जा सके। बाकी हिस्से को 5-15 चयनित क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया जाएगा।
इससे फंड को दोहरे लाभ मिलेंगे Stable Liquidity और Crypto Growth Potential, यानी अगर मार्केट गिरावट में भी जाए, तब भी यह फंड कैश और स्टेबल एसेट्स के जरिए अपने निवेशकों को संतुलित रिटर्न दे सकेगा।
Shiba Inu ETF में SHIB का नाम शामिल होना अपने आप में एक बड़ा संकेत है। पहले यह मीम कॉइन के रूप में शुरू हुआ था, लेकिन आज Shibarium Blockchain, Metaverse प्रोजेक्ट्स और DeFi Ecosystem के जरिए शीबा इनु एक मजबूत क्रिप्टो प्रोजेक्ट बन चुका है।
इस ETF में SHIB की लिस्टिंग से पारंपरिक निवेशक वर्ग को शीबा इनु की फंडामेंटल स्ट्रेंथ और लिक्विडिटी पर भरोसा मिलेगा। यह कदम SHIB को एक Mainstream Digital Asset के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
क्रिप्टो विश्लेषकों का मानना है कि अगर SEC इस फंड को मंजूरी देती है, तो Shiba Inu Price और मांग दोनों में लॉन्ग-टर्म बुलिश ट्रेंड देखने को मिल सकता है।
T. Rowe Price जैसी संस्थाएं पारंपरिक निवेश ढांचे की रीढ़ मानी जाती हैं। ऐसे में उनका कदम यह दिखाता है कि अब Legacy Financial Institutions भी ब्लॉकचेन और डिजिटल एसेट्स की दिशा में बढ़ रहे हैं।
यह ETF इस बात का सबूत है कि क्रिप्टो सिर्फ ट्रेडिंग टूल नहीं, बल्कि Institutional Asset Class बन चुका है। इससे निवेशकों को Regulated Environment में क्रिप्टो एक्सपोज़र मिलेगा, जिससे जोखिम कम और ट्रांसपेरेंसी अधिक होगी।
फाइलिंग के बाद क्रिप्टो मार्केट में उत्साह का माहौल है। शीबा इनु कम्युनिटी में यह खबर तेजी से फैल गई और सोशल मीडिया पर “#ShibaInuETF” ट्रेंड करने लगा। विश्लेषक मानते हैं कि अगर यह फंड लॉन्च होता है, तो SHIB की वैल्यू को नई ऊँचाई मिल सकती है।
इससे अन्य मीम कॉइन्स जैसे PEPE और Floki के लिए भी संस्थागत निवेश के रास्ते खुल सकते हैं। T. Rowe Price का यह कदम न केवल शीबा इनु ईटीएफ के लिए, बल्कि पूरे Altcoin Market के लिए एक सकारात्मक सिग्नल है।
क्रिप्टो मार्केट में अपने 13 साल के बतौर राइटर काम करने के अनुभव से कहूँ तो, T. Rowe Price का Shiba Inu ETF लॉन्च करने का फैसला उस दिशा में इशारा करता है जहाँ क्रिप्टो और ट्रेडिशनल फाइनेंस का Integration अब हकीकत बन चुका है।
SHIB को शामिल करना केवल पॉपुलरिटी का फायदा नहीं, बल्कि इसके पीछे Community Power और DeFi Expansion की मान्यता भी है। मुझे लगता है कि अगर SEC इस ईटीएफ को मंजूरी देती है, तो यह शीबा इनु के लिए Institutional Acceptance का टर्निंग पॉइंट होगा।
Shiba Inu ETF की फाइलिंग न केवल शीबा इनु कम्युनिटी के लिए, बल्कि पूरे क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक माइलस्टोन है। यह कदम दिखाता है कि अब डिजिटल एसेट्स की दुनिया केवल टेक्नोलॉजी एंथूज़ियास्ट्स तक सीमित नहीं रही, बल्कि ट्रेडिशनल फाइनेंस जाइंट भी इसमें शामिल हो रहे हैं।
अगर SEC की मंजूरी मिलती है, तो यह ETF शिबा इनु की वैल्यू और विश्वसनीयता दोनों को नई दिशा देगा, और क्रिप्टो इंडस्ट्री को मुख्यधारा निवेश की दुनिया में एक और बड़ा कदम आगे ले जाएगा।
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