Treasure NFT प्लेटफॉर्म ने हाल ही में काफी लोकप्रियता प्राप्त की है, लेकिन इसके साथ ही कई विवाद भी सामने आये हैं। यह प्लेटफॉर्म दावा करता है कि वह दुनिया का पहला इंटीग्रेटेड NFT मार्केटप्लेस है, जो एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग पर आधारित है। इसके बावजूद, इस प्लेटफॉर्म पर स्कैम या पिरामिड स्कीम होने के आरोप लगे हैं। इसके संस्थापकों की पहचान गुमनाम होने के कारण कई यूजर्स ने इसकी वैधता पर सवाल उठाए हैं। इस लेख में हम Treasure NFT के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, साथ ही इसके मालिक और अन्य प्रमुख पहलुओं पर भी चर्चा करेंगे।
Treasure NFT का उद्देश्य NFT ट्रेडिंग को सिंपल और ट्रांसपेरेंट बनाना है। यह प्लेटफॉर्म एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग मॉडल का उपयोग करता है, जिससे ऑटोमेटिक कोट्स और लिक्विडिटी मेनटेनेंस जैसे फीचर्स उपलब्ध होते हैं। Treasure NFT का दावा है कि यह सिस्टम ट्रेडिंग प्रोसेस को और अधिक कुशल बनाता है। हालांकि, इस प्लेटफॉर्म के एल्गोरिथम को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है, जिससे इसके कार्य करने के तरीके पर संदेह उत्पन्न हो रहा है।
Treasure NFT पर कई गंभीर आरोप लगे हैं, जिसमें इसे एक स्कैम या पिरामिड स्कीम कहा गया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि प्लेटफॉर्म ने फर्जी टेस्टिमोनियल्स का इस्तेमाल किया और नए निवेशकों से धन एकत्र करने के लिए नए सदस्यों को आकर्षित किया। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म के संस्थापकों और डेवलपर्स की पहचान अभी तक गुमनाम है, जिससे कई यूजर्स के बीच यह सवाल उठता है कि क्या यह प्लेटफॉर्म वास्तव में वैध है। इसके अलावा, प्लेटफॉर्म का "हेड क्वार्टर" एक रूसी संगीत अकादमी के एड्रेस से जुड़ा हुआ है, जिससे भी इसकी वैधता पर शक बढ़ता है।
Treasure NFT के CEO, Steven Alexander हैं, जबकि CTO Bob Steven हैं। इन दोनों का प्लेटफॉर्म के डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण योगदान है। प्लेटफॉर्म के पाकिस्तान में पहले ऑफलाइन ऑफिस की स्थापना Muhammad Ishaq Safdar ने की थी। हालांकि, Treasure NFT Owner और डेवलपर्स की पहचान गुमनाम रखने से कई यूजर्स अब भी इसकी ट्रांसपेरेंसी पर सवाल उठा रहे हैं।
हाल ही में Treasure NFT से जुड़ी एक फेक न्यूज़ वायरल हुई, जिसमें यह दावा किया गया था कि प्लेटफॉर्म बंद हो रहा है। हालांकि, Treasure NFT की ऑफिशियल वेबसाइट ने इस तरह की किसी भी खबर का खंडन किया है, ओस तर्ज Treasure NFT के बंद होने की अफवाह झूठी निकली। वर्तमान में, Treasure NFT अपने भविष्य की योजनाओं पर काम कर रहा है, जिसमें US Stock SPAC Listing, विड्रॉल समय को 360 घंटे तक बढ़ाना, NFT Auction लॉन्च और पब्लिक चेन निर्माण शामिल हैं। इसके साथ ही, प्लेटफॉर्म अपनी कम्युनिटी के लिए एक Token Airdrop की भी योजना बना रहा है।
Treasure NFT ने अपनी डेवलपमेंट जर्नी में कई अहम कदम उठाए हैं, लेकिन यह प्लेटफॉर्म कई विवादों में भी घिरा हुआ है। हालांकि, इसके मालिक और प्रमुख व्यक्तियों के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त हुई है, लेकिन पूरी ट्रांसपेरेंसी की कमी इसकी वैधता पर संदेह पैदा करती है। निवेशकों को हमेशा किसी भी NFT या क्रिप्टो प्लेटफॉर्म में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी और सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि इन प्लेटफार्मों में जोखिम और अस्थिरता होती है। Treasure NFT का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि यह अपनी ट्रांसपेरेंट और वर्किंग मॉडल को कैसे सुधारता है।
यह भी पढ़िए: 21Shares ने Spot Dogecoin ETF के लिए SEC को दिया आवेदनCopyright © 2025 Crypto Hindi News. All Rights Reserved.