Ethereum Network लगातार स्केलेबिलिटी और परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है। हाल ही में फाउंडर Vitalik Buterin ने अपनी पोस्ट में साफ किया कि आने वाला Ethereum Fusaka Upgrade सिर्फ एक टेक्नीकल चेंज नहीं है, बल्कि यह पूरे इकोसिस्टम के लिए बड़ा कदम साबित हो सकता है।
इस अपग्रेड के जरिए नेटवर्क पर ब्लॉब क्षमता बढ़ेगी, जिससे Layer-2 चेन को ज्यादा स्पेस और तेज़ ट्रांजैक्शन सपोर्ट मिलेगा। Vitalik का मानना है कि PeerDAS जैसी नई टेक्नोलॉजी इथेरियम को ऐसी दिशा में ले जा रही हैं जहां किसी भी एक नोड को पूरा डेटा डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं होगी। यह अपग्रेड L2 स्केलिंग को सरल बनाने के साथ-साथ L1 लेयर तक असर डालने वाला है।

Source – यह इमेज Vitalik Buterin की X Post से ली गई है।
कई यूजर्स के लिए सबसे पहला सवाल यही है कि आखिर Ethereum Fusaka Upgrade से ETH पर क्या असर होगा और यह क्या बदलाव लाने वाला है। यह अपग्रेड कई Improvement Proposals (EIPs) को एक साथ लागू करेगा। मुख्य उद्देश्य ब्लॉब क्षमता को बढ़ाना है ताकि नेटवर्क पर ज्यादा डेटा ट्रांजैक्ट हो सके।
दिलचस्प बात यह है कि इन फोर्क्स के लिए किसी बड़े क्लाइंट सॉफ्टवेयर अपडेट की ज़रूरत नहीं होगी। यानी, डेवलपर्स और बिजनेस एप्लिकेशन्स बिना किसी रुकावट के भी काम जारी रख पाएंगे। इससे इथेरियम की यूटिलिटी और अधिक स्थिर हो जाएगी।
Vitalik ने अपने जवाब में साफ किया कि इथेरियम के इस अपग्रेड का मकसद सिर्फ तकनीकी सुधार नहीं बल्कि भविष्य की जरूरतों को पूरा करना है। आज Layer-2 Networks जैसे Base, Scroll, Worldcoin, Arbitrum और Optimism बड़ी मात्रा में ब्लॉब स्पेस का उपयोग कर रहे हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि कई बार 70GB से अधिक डेटा स्टोर करना पड़ रहा है और यदि इसे अनप्रून किया जाए तो यह 1200GB तक पहुंच जाता है।
इस परिस्थिति में स्केलेबिलिटी ही एकमात्र समाधान है। Fusaka Upgrade इस समस्या को हल करने के लिए ब्लॉब कैपेसिटी को धीरे-धीरे बढ़ाएगा और सुरक्षा से समझौता किए बिना L2 चेन को सपोर्ट करेगा। इथेरियम फाउंडर ने यह भी कहा कि डेवलपर्स जानबूझकर सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं ताकि नेटवर्क पर किसी तरह का रिस्क न आए।
इथेरियम समुदाय ने पहले ही तय कर लिया है कि Ethereum Fusaka Upgrade दो चरणों में लागू किया जाएगा।
यह पूरी प्रक्रिया चरणबद्ध होगी और इसमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। Vitalik ने स्पष्ट किया कि डेवलपर्स शुरुआत में कंज़र्वेटिव एप्रोच अपनाएंगे। यानी, पहले छोटे लेवल पर टेस्ट होगा और जैसे-जैसे नेटवर्क स्थिरता दिखाएगा, ब्लॉब क्षमता और अधिक बढ़ाई जाएगी।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि L2 सॉल्यूशंस को अधिक स्पेस मिलेगा और ट्रांजैक्शन फीस धीरे-धीरे कम हो सकती है। साथ ही, भविष्य में जब L1 गैस लिमिट बढ़ेगा तो डेटा ब्लॉब्स में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
Ethereum Fusaka Upgrade सिर्फ Vitalik का आइडिया नहीं है। इसके पीछे Ethereum के कोर डेवलपर्स और रिसर्चर्स की पूरी टीम काम कर रही है। Vitalik ने अपनी पोस्ट में बताया कि PeerDAS जैसे फीचर्स पर वर्षों से रिसर्च चल रहा है।
PeerDAS (Peer Data Availability Sampling) इस अपग्रेड का केंद्र है। इसमें हर नोड को पूरा डेटा डाउनलोड करने की बजाय केवल कुछ “चंक्स” डाउनलोड करने होते हैं। इन चंक्स के जरिए नोड यह सत्यापित कर सकता है कि 50% से अधिक डेटा उपलब्ध है। इसके बाद शेष डेटा को erasure coding की मदद से रिकवर किया जा सकता है।
इससे नेटवर्क का बोझ कम होगा और कोई भी नोड ओवरलोड नहीं होगा। खास बात यह है कि अगर किसी ब्लॉक को केवल आधा पब्लिश किया गया तो भी एक ईमानदार नोड पूरे ब्लॉक को रिकवर कर सकता है।
बीते 13 सालों से मैं टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में हर प्रोजेक्ट को कवर करता रहा हूँ, बीते 3 साल से मैंने इथेरियम को नजदीक से समझा है, मेरे हिसाब से Ethereum Fusaka Upgrade सिर्फ एक सामान्य टेक्नीकल अपडेट नहीं बल्कि आने वाले वर्षों के लिए नेटवर्क का बेस मजबूत करने वाला कदम है। PeerDAS जैसी प्रणाली से नेटवर्क ज्यादा डिसेंट्रलाइज़ और स्केलेबल बनेगा।
इथेरियम की सबसे बड़ी चुनौती हमेशा से स्केलेबिलिटी और ट्रांजैक्शन फीस रही है। अगर Fusaka Upgrade सही तरीके से लागू हुआ तो यह दोनों समस्याओं को काफी हद तक हल कर देगा। हालांकि, इसके साथ रिस्क भी जुड़ा है। नई टेक्नोलॉजी हमेशा टेस्टिंग फेज़ में चुनौतियां पेश करती है। अगर इसे सावधानी से लागू किया जाए तो Ethereum सिर्फ L2 नहीं बल्कि L1 स्केलिंग में भी रिवोल्यूशन ला सकता है।
आखिरकार, Ethereum Fusaka Upgrade इथेरियम इकोसिस्टम के लिए एक नया अध्याय खोलने जा रहा है। Vitalik Buterin ने जो विज़न साझा किया है, वह केवल तकनीकी सुधार का नहीं बल्कि एक ऐसे भविष्य का है जहां इथेरियम दुनिया की सबसे स्केलेबल और भरोसेमंद ब्लॉकचेन में से एक बने।
ब्लॉब कैपेसिटी में क्रमिक वृद्धि, PeerDAS जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी और केयरफुल अप्रोच यह दिखाती है कि Ethereum टीम जल्दबाजी नहीं करना चाहती। बल्कि, वे नेटवर्क को लॉन्ग टर्म के लिए तैयार कर रहे हैं।
मेरे विचार में, यह अपग्रेड आने वाले समय में L2 और L1 दोनों स्तरों पर इथेरियम को एक नई पहचान देगा। यूजर्स के लिए इसका मतलब होगा तेज़ ट्रांजैक्शन, कम फीस और ज्यादा भरोसेमंद अनुभव। क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए यह कदम निस्संदेह एक माइलस्टोन साबित होगा।
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