इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज का बड़ा नाम Cloudflare एक बार फिर टेक्निकल समस्या का शिकार हुआ। 5 दिसंबर 2025 को आयी इस समस्या की वजह से कई पॉपुलर ऐप्स और वेबसाइटें करीब 30 मिनट तक सही से नहीं चल पाईं। लाखों लोग लॉगिन, डेटा लोड और सर्विस इस्तेमाल नहीं कर सके। अच्छी बात यह है कि कंपनी ने अब पुष्टि कर दी है कि Cloudflare Outage ठीक हो चुका है। यह इस महीने Cloudflare में हुई दूसरी बड़ी रुकावट थी।
Source: Wise Advice की X पोस्ट के अनुसार
Cloudflare के डैशबोर्ड और API में अचानक आई रुकावट के कारण कई साइटें लोड नहीं हो पा रही थीं। कंपनी ने अपने सर्विस स्टेटस पेज पर लिखा कि कुछ रिक्वेस्ट फेल हो रही हैं और कई जगह एरर दिखाई दे रहे हैं। समस्या की जांच तुरंत शुरू की गई और थोड़ी देर बाद सिस्टम पर लागू किए गए फिक्स की जानकारी शेयर की गई।
Cloudflare ने बाद में अपडेट दिया कि, “A fix has been implemented… this incident has been resolved.” इसके साथ ही यह भी बताया गया कि Cloudflare Outage किसी हमले की वजह से नहीं था। कंपनी के CTO Dane Knecht ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया कि यह समस्या React CVE से जुड़ी सुरक्षा सेटिंग्स को बदलते समय अनजाने में हुई। उन्होंने कहा कि इसके बारे में टेक्निकल रिपोर्ट जल्द जारी होगी।
Cloudflare उन सेवाओं में से है जिन पर दुनिया भर की कई कंपनियां निर्भर रहती हैं। यह वेबसाइटों को तेज़ी से लोड करने में मदद करता है और उन्हें साइबर खतरों से बचाता है। इसे इंटरनेट का “मिडल लेयर” कहा जाता है, क्योंकि यह यूज़र और वेबसाइट के बीच काम करता है। इसलिए किसी भी रुकावट का असर एक साथ कई बड़े प्लेटफॉर्म पर पड़ता है।
कई जानी-मानी साइटें ट्रैफ़िक मैनेजमेंट, CDN और सुरक्षा के लिए Cloudflare का इस्तेमाल करती हैं। यही कारण है कि एक छोटा सा टेक्निकल बदलाव भी हज़ारों सर्विसेज को प्रभावित कर सकता है।
इस Cloudflare Outage का प्रभाव भारत सहित दुनिया भर में दिखा। Canva, Zerodha, Angel One, Groww, Coinbase, Spotify, ChatGPT जैसी कई सेवाएं कुछ समय के लिए बंद हो गई थीं। कई लोग लॉगिन करने में असमर्थ थे, मार्केट डेटा नहीं दिख रहा था और कुछ ऐप्स पूरी तरह से डाउन थे।
Downdetector पर भारत से करीब 2,000 रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें वेबसाइट ओपन न होने, सर्वर कनेक्शन फेल होने और होस्टिंग प्लेटफॉर्म रुकने जैसी शिकायतें शामिल थीं। खास बात यह रही कि इस बार Downdetector भी प्रभावित हुआ, जिससे यह साफ हुआ कि समस्या काफी गहरी थी।
इसके पहले नवंबर में भी एक बड़ा Cloudflare Outage सामने आया था, जिसमें Spotify, ChatGPT और Truth Social जैसी साइटें घंटों बंद रहीं। इस घटना ने फिर से दिखा दिया कि इंटरनेट की स्थिरता में Cloudflare की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है।
Cloudflare Outage का असर वेबसाइटों और ऐप्स पर तो पड़ा ही बल्कि क्रिप्टो मार्केट पर भी देखने को मिला। जैसे ही Cloudflare की सर्विस डाउन हुई, कई एक्सचेंज जैसे Coinbase, Binance के कुछ फीचर्स, Groww और अन्य प्लेटफॉर्म कुछ समय के लिए काम नहीं कर पाए। बीच-बीच में रुकावट की शिकायत मिली, जिससे कुछ यूज़र ट्रांज़ैक्शन नहीं कर पा रहे थे। यहां तक कि SpaceX से जुड़े ऑपरेशनल पेज भी प्रभावित हुए।
इसके कारण ट्रेडिंग एक्टिविटी अचानक धीमी हो गई ।
इसी अस्थिर माहौल में Bitcoin Price करीब 1.69% गिरकर $91,274.68 पर आ गया। जब बड़े एक्सचेंज रियल-टाइम डेटा लोड नहीं कर पाते, ट्रेडर सेल ऑर्डर कैंसल नहीं कर पाते या कीमतें अपडेट नहीं होतीं, तब मार्केट में पैनिक सेलिंग बढ़ जाती है। क्लाउडफ्लेयर इंटरनेट ट्रैफिक का बड़ा हिस्सा संभालता है, इसलिए उसकी रुकावट का असर सीधे क्रिप्टो लिक्विडिटी और ट्रेडिंग वॉल्यूम पर पड़ता है।
यही वजह है कि टेक्निकल आउटेज ने कुछ ही मिनटों में Bitcoin की कीमत पर भी दबाव डाल दिया।
Cloudflare Outageयह घटना काफी बड़ी थी, क्योंकि कई सोशल मीडिया ऐप्स, काम से जुड़े टूल्स, AI प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन शॉपिंग साइटें एक साथ चलना बंद हो गईं, जिससे यूज़र्स को दिक्कत हुई।
X (Twitter), LinkedIn और Discord जैसे नेटवर्क लोड नहीं हो रहे थे।
Canva, Notion और AI बेस्ड प्लेटफॉर्म जवाब नहीं दे रहे थे।
कई ऑनलाइन स्टोर जो Shopify का इस्तेमाल करते हैं, वे भी कनेक्टिविटी समस्या का सामना कर रहे थे।
इससे यह साफ हुआ कि क्लाउडफ्लेयर का किसी भी दिशा में छोटी रुकावट भी कई इंडस्ट्री पर असर डाल सकता है।
अगर कोई सर्विस काम नहीं कर रही है तो इसकी वजह Cloudflare है या नहीं, इसे चेक करने के लिए Cloudflare Status और Downdetector जैसे प्लेटफॉर्म इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इन साइटों से आप जान सकते हैं कि समस्या सिर्फ आपके इंटरनेट में है या दुनिया भर में असर हुआ है। लेकिन ऐसी स्थिति में यूज़र्स कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि समस्या ठीक करना पूरी तरह Cloudflare की टीम पर निर्भर होता है। कंपनी ही टेक्निकल कारणों को ठीक करके सर्विस दोबारा चालू करती है।
मेरे 7 साल के टेक और इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर अनुभव में मैंने बार-बार देखा है कि क्लाउडफ्लेयर जैसी कंपनियों में छोटा बदलाव भी लाखों यूज़र्स को प्रभावित कर सकता है। इस घटना ने फिर साबित किया कि इंटरनेट स्टेबिलिटी सिर्फ सर्वर पर नहीं, बल्कि सही कॉन्फ़िगरेशन और ग्लोबल नेटवर्क सिंक पर निर्भर करती है।
Cloudflare Outage ने दिखा दिया कि इंटरनेट पर कितनी बड़ी संख्या में वेबसाइटें और सर्विसेज एक ही नेटवर्क पर निर्भर हैं। इस रुकावट का असर न सिर्फ सोशल मीडिया और AI Tools पर दिखा, बल्कि क्रिप्टोकरेंसी पर भी प्रभाव पड़ा गई और Bitcoin की कीमत गिर गई। ऐसी खबर बताती है कि डिजिटल दुनिया में टेक्निकल स्टेबिलिटी कितनी जरूरी है। आगे कंपनियों को बेहतर बैकअप और सुरक्षित इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा ध्यान देना होगा।
डिस्क्लेमर: यह न्यूज़ क्लाउडफ्लेयर द्वारा जारी अपडेट, पब्लिक रिपोर्ट्स और यूज़र अनुभवों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी सिर्फ जागरूकता के उद्देश्य से प्रेजेंट की गई है। किसी भी टेक्निकल डिसीजन या फाइनेंशियल कार्रवाई से पहले ऑफिशियल सोर्सेज और एक्सपर्ट्स की सलाह ज़रूर लें।
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